संजय गिरि / गाज़ियाबाद
लापता बच्चों की खोज के लिए चलाये गए “ऑपरेशन स्माइल” के जरिये दुनिया भर में ख्याति पाने वाले आईपीएस अधिकारी धर्मेन्द्र सिंह ने एक और बड़ी उपलब्धि हासिल की है. तब गाज़ियाबाद के एसएसपी रहे धर्मेन्द्र सिंह वर्तमान में जनपद में ही पासपोर्ट अधिकारी के पद को सुशोभित कर रहे हैं. विदेश मंत्रालय ने वर्ष 2019-2020 में किये गए उत्कृष्ट कार्य के लिए धर्मेन्द्र सिंह को व्यग्तिगत श्रेणी में प्रथम स्थान के लिए चयनित किया है. यह पुरस्कार 53 वें पासपोर्ट दिवस के अवसर पर 24 जून 2020 को विडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये केंद्रीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर द्वारा धर्मेन्द्र सिंह को प्रदान किया जाएगा.
अव्यवस्थाओं से निपटना थी बड़ी चुनौती
आईपीएस धर्मेन्द्र सिंह ने गाज़ियाबाद voice से बात करते हुए कहा कि वह इस उपलब्धि का श्रेय अपनी पूरी टीम को देते हैं. उन्होंने कहा कि पासपोर्ट अधिकारी का पद ग्रहण किया तो उस वक़्त काफी बड़ी संख्या में पासपोर्ट प्रत्यावेदन लंबित थे. इसके अलावा भी कई अव्यवस्थाएं थीं जिनसे निपटना और लोगों को सहूलियत प्रदान करना बड़ी चुनौती थी. लेकिन सीमित संसाधनों में धर्मेन्द्र सिंह ने बेहतर कार्ययोजना तैयार कर और उसकी जिम्मेदारी अपने अधीनस्थ अधिकारियों/कर्मचारियों को देते हुए जवाबदेही भी तय की.
दिन-रात पूरी टीम ने मेहनत से किया काम
इसी कार्ययोजना और टीम वर्क का नतीजा था कि कुछ ही समय में पासपोर्ट कार्यालय की रूपरेखा बदल कर काफी बेहतर हो गई. सीमित संसाधनों में 70 हजार लंबित प्रत्यावेदन का निस्तारण कराया गया. इसके साथ ही यहाँ आने वाले आगंतुकों की सुविधा के लिए भी कई इंतजाम किये गए. पासपोर्ट अधिकारी धर्मेन्द्र सिंह ने कहा कि इस उपलब्धि का श्रेय वह अपनी पूरी टीम को देते हैं. उन्होंने बताया कि उनकी टीम ने देर रात तक जागकर व अवकाश के दिनों में भी लागातार काम किया है, और उपलब्धि इसी का नतीजा है.

अपनी अलग पहचान रखते हैं धर्मेन्द्र सिंह
2006 बैच के आईपीस अधिकारी धर्मेन्द्र सिंह अपनी कार्यदक्षता, अनुशासन व अनूठे प्रयोगों के लिए जाने जाते हैं. गाज़ियाबाद व गौतम बुद्ध नगर में पुलिस कप्तान रहते धर्मेन्द्र सिंह की अगुवाई में उनकी पुलिस टीम ने कई बड़े अपराधियों को ठिकाने लगाया या सींखचों के पीछे पहुंचाया. कड़क मिजाज वाले धर्मेन्द्र सिंह अनुशासन को लेकर बेहद सख्त रहे हैं और अपनी टीम के लिए हमेशा साथ खड़े रहने वाले अधिकारी के रूप में भी जाने जाते हैं.

“ऑपरेशन स्माइल” के जरिये देश-विदेश में मिली ख्याति
वर्ष 2014 में धर्मेन्द्र सिंह गाज़ियाबाद के एसएसपी थे तब उनकी अगुवाई में “ऑपरेशन स्माइल” के जरिये एक अनूठा प्रयोग किया गया जो इतना कारगर साबित हुआ कि देश के साथ दुनिया भर में उसका डंका बजा. गुमशुदा बच्चों की तलाश व उन्हें उनके परिवार तक पहुंचाने के लिए शुरू किया गया यह ऑपरेशन की केन्द्रीय गृह मंत्री ने भी सराहना की और इसे यूपी के सभी जिलों के साथ ही कई प्रदेशों में चलाया गया. बाकायदा अलग से पुलिस तेम भी बनवाई गई. इस ऑपरेशन के जरिये हजारों लापता बच्चों को खोजकर उनके परिवारों से मिलवाकर उनके चेहरे की मुस्कान लौटाई गयी.