गौरव राय / गाज़ियाबाद voice
कभी आर्थिक तंगी के चलते स्कूल की पढ़ाई छोड़ने को मजबूर छात्रा मुस्कान उपजिलाधिकारी की कुर्सी पर बैठीं तो आत्मविश्वास से लबरेज नज़र आयीं. दरअसल, मिशन शक्ति के तहत लोनी के कंपोजिट विद्यालय में पढ़ने वाली कक्षा आठवीं की छात्रा मुस्कान गुरुवार को एक दिन के लिए सांकेतिक उपजिलाधिकारी बनीं. इस दौरान मुस्कान ने तहसील में अधिकारियों द्वारा किए जाने वाले कार्यो को समझा. उपजिलाधिकारी शुभांगी शुक्ला ने ‘कोमल है कमजोर नहीं, बेटी है पर बोझ नहीं’ पंक्तियों को छात्राओं से साझा करते हुए कहा कि बेटी को पढ़ाने से दो परिवार शिक्षित होते हैं. इस तरह उन्होंने मुस्कान व अन्य छात्राओं में आत्मविश्वास प्रगाढ़ करने की प्रेरणा दी.
लोनी के खन्ना नगर कालोनी स्थित तहसील परिसर के सभागार कक्ष में गुरुवार को मिशन शक्ति कार्यक्रम के तहत कंपोजिट विद्यालय गढ़ी कटैया की छात्राओं ने नुक्कड़ नाटक और अन्य कार्यक्रम प्रस्तुत किए. इस मौके पर स्कूल की कक्षा आठ में पढ़ने वाली छात्रा मुस्कान को एक दिन के लिए सांकेतिक उपजिलाधिकारी बनाया गया. लोगों की शिकायतें सुनने के बाद उनके पास ही बैठीं लोनी की उपजिलाधिकारी शुभांगी शुक्ला ने सरकारी कामकाज का तरीका बताते हुए मुस्कान से समस्या का निस्तारण कराया.
छात्रा मुस्कान ने बताया कि वह खुशहाल पार्क कालोनी में पिता मोहम्मद ज़हूर, मां तनमीला व भाई तनवीर के साथ रहती हैं. पिता घर पर ही हैंडी क्राफ्ट का छोटा-मोटा कार्य करते हैं. कुछ दिन पहले रुपये की तंगी के चलते पिता ने उन्हें आगे पढ़ाने से मना कर दिया था. लेकिन स्कूल की शिक्षिकाओं द्वारा परिजनों को समझाने पर उनकी पढ़ाई शुरू हो सकी.
एक दिन की उपजिलाधिकारी बनीं मुस्कान ने कहा कि वह बड़ी होकर प्रशासनिक अधिकारी बन देश की सेवा करना चाहती हैं. इस मौके पर तहसीलदार प्रकाश सिंह, खंड विकास अधिकारी पवन भाटी, कंपोजिट विद्यालय के प्रधानाचार्य चंद्र प्रकाश समेत स्कूल की समस्त शिक्षिकाएं और बड़ी संख्या में छात्राएं मौजूद रही.