अभिषेक सिंह / ग़ाज़ियाबाद voice
सन 84 में इंदिरा गांधी की हत्या के बाद जिसमें हज़ारों निर्दोष मारे गये उसे तीन दिन लगातार दूरदर्शन पर लाइव दिखाने वाले आज श्री राम मन्दिर के शिलान्यास को दूरदर्शन पर लाइव प्रसारण का विरोध कर हिन्दुओं की आस्था पर चोट कर रहे हैं. यह बात यहॉ जारी एक बयान में भाजपा के वरिष्ठ नेता व उ० प्र० अल्पसंख्यक आयोग के पूर्व सदस्य सरदार एस पी सिंह ने कही.
भारत के करोड़ों देशवासियों के लिए ऐतिहासिक दिन
सरदार एस पी सिंह ने कहा कि 5 अगस्त का दिन भारत के करोड़ों देशवासियों के लिए ऐतिहासिक दिन होगा, जब 500 वर्षों के इंतज़ार के बाद श्री राम मन्दिर का शिलान्यास व निर्माण सम्भव हो पा रहा है. यह सब संत समाज व देश के अन्य प्रमुखों के साथ-साथ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की गरिमापूर्ण उपस्थिति में होगा.

हिन्दू समाज की आस्था पर कर रहे हैं चोट
श्री सिंह ने कहा कि दूरदर्शन ने इस ऐतिहासिक पल को सभी देशवासियों को दिखाने के लिए इसका लाइव प्रसारण का निर्णय लिया है. सभी देशवासियों को इसका स्वागत करते हुए इसको लाइव देखने व इसका साक्षी बनने की अपील भी श्री सिंह ने की है पर कुछ दलों को व राजनीतिज्ञों को यह ऐतिहासिक पल हज़म नहीं हो रहा है और वो इसके लाइव का विरोध करके हिन्दू समाज की आस्थाओं पर चोट कर रहें हैं.
मंदिर निर्माण से बढ़ेगी सामाजिक सद्भावना
उन्होंने कहा कि आज़ाद भारत में मंदिर निर्माण का कार्य 70 वर्षों से ऐसे लोगों की वजह से ही अटका हुआ था जिसको केंद्र सरकार व माननीय न्यायालय ने जनहित में उचित निर्णय लेकर सभी बाधाओं को दूर किया है. श्री सिंह ने कहा कि भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है और यहाँ सभी धर्मों को पूजा पद्धति का समान अधिकार है. श्री राम मन्दिर निर्माण से देश में सामाजिक सद्भावना बढ़ेगी इसका किसी भी तरह का विरोध राष्ट्रद्रोह माना जाना चाहिए.