संजय गिरि / गाज़ियाबाद voice
गाजियाबाद के शहर कोतवाली क्षेत्र में दवा व्यापारी के खिलाफ दर्ज की गई एफआईआर के विरोध में अन्य दवा व्यापारी लामबंद हो गए हैं. शुक्रवार को दवा व्यापारियों ने बाज़ार बंद कर साथी व्यापारी के खिलाफ एफआईआर दर्ज किये जाने का विरोध जताया. उनका कहना था कि झूठे आरोपों की जांच किये बिना पुलिस ने यह कार्यवाई कर डाली. उन्होंने उक्त एफआईआर को खारिज करने की मांग की.
दरअसल, दो दिन पहले दवाइयों के थोक बाज़ार में स्थित ओम मेडिकल एजेंसी के संचालक के खिलाफ एक युवती के द्वारा छेड़छाड़ और जातिसूचक शब्दों के प्रयोग का आरोप लगाया गया था. जिसके बाद शहर कोतवाली पुलिस ने दवा व्यापारी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली. इसका पता चलते ही दवाइयों के थोक बाज़ार के अन्य व्यापारी विरोध में उतर आये.

व्यापारियों ने शुक्रवार को बाज़ार बंद कर अपना विरोध जताया और एफआईआर खारिज करने की मांग की. उनका कहना था कि जिस युवती ने यह आरोप लगाए वह स्वयं भी एक दवा व्यापारी के यहाँ सेल्सगर्ल है. आरोप लगाया कि उस दवा व्यापारी के बहकावे में आकर ही द्वेष पूर्ण तरीके से यह झूठा मामला दर्ज कराया गया. व्यापारियों ने कहा कि जब तक यह झूठा मुकदमा वापस नहीं लिया जाता तब तक दवाई का थोक बाजार बंद रखा जाएगा और जरूरत पड़ी तो अनिश्चितकालीन धरने पर भी बैठेंगे.
वहीँ, दवा व्यापारी की पत्नी और पूरा परिवार भी इस मामले में गाजियाबाद के एसएसपी से मिला. उन्होंने एसएसपी से कहा कि उक्त एफआईआर झूठी लिखवाई गई है. एसएसपी से मिलने के बाद उन्होंने जानकारी दी कि उन्होंने जांच के बाद कार्रवाई का भरोसा दिया है.