संजय गिरि / गाज़ियाबाद voice
उत्तर प्रदेश में 5 दिन दुकानें खोले जाने के आदेश के बाद सोमवार को व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठान खोले तो उन्हें बंद करा दिया गया. गाज़ियाबाद पुलिस/प्रशासन के इस रवैये के खिलाफ सोमवार को दुकानदार खुल कर सामने आ गए. साहिबाबाद के शालीमार गार्डन में दुकानदारों ने प्रदर्शन करते हुए पुलिस/प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की. सूचना मिलने पर वहां पहुंचे साहिबाबाद थाना प्रभारी को भी दुकानदारों के गुस्से का सामना करना पड़ा.
पुलिस ने बंद करा दी दुकानें
दरअसल, रविवार को उत्तर प्रदेश शासन से आदेश जारी हुआ कि अब सप्ताह में 5 दिन दुकानें खोली जा सकेंगी. लेकिन गाज़ियाबाद प्रशासन द्वारा सोमवार तक इसे लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं की गयी. ऐसे में साहिबाबाद के शालीमार गार्डन एक्सटेंशन-2 बी-ब्लॉक में कुछ दुकानदारों ने अपनी दुकानें खोलीं. जिन्हें कुछ देर बाद ही वहां आये पुलिस कर्मियों ने बंद करा दिया.
सप्ताह में दो दिन ही खुल पाएंगी दुकानें
दुकानें बंद कराये जाने से नाराज़ दुकानदार साहिबाबाद व्यापार मंडल के बैनर तले वहां एकत्रित हो गए. दुकानदारों का कहना था कि ऑड-ईवन फार्मूले के तहत पूर्व में सप्ताह में केवल तीन दिन ही दुकानें खुलने दी जा रही थीं. शालीमार गार्डन में मंगलवार, गुरुवार व शनिवार को दुकानें खुल रही थीं. लेकिन शनिवार व रविवार को लॉक डाउन निर्धारित होने के बाद अब केवल सप्ताह में दो दिन ही दुकानें खुल पाएंगी. ऐसे में वह अपना कारोबार या परिवार कैसे चला पायेंगे.

पुलिस पर लगाया उत्पीड़न का आरोप
प्रदर्शन की सूचना मिलते ही वहां शालीमार गार्डन चौकी इंचार्ज अन्नू कुमार पहुंचे व लोगों को शांत कराया. कुछ देर में साहिबाबाद थाना प्रभारी अनिल शाही भी पहुंचे तो उन्हें दुकानदारों के गुस्से का सामना करना पड़ा. थाना प्रभारी का कहना था कि अभी गाज़ियाबाद में पूर्व का आदेश ही लागू रहेगा, नया आदेश गाज़ियाबाद के लिए मान्य नहीं है. जिसके बाद दुकानदार और गुस्से में आ गये. उन्होंने पुलिस पर दुकानदारों के उत्पीड़न का आरोप भी लगाया और कहा कि सप्ताह में दो दिन दुकानें खोले जाने से से अच्छा है कि प्रशासन दुकानों को बंद ही करा दे. दुकानदारों कम कहना था कि प्रशासन के इस रवैये से उनके आगे रोजी रोटी का संकट आ खड़ा हुआ है.

महानगर अध्यक्ष को सौंपा ज्ञापन
बाद में व्यापारियों ने भाजपा के महानगर अध्यक्ष संजीव शर्मा को ज्ञापन सौंपा. ज्ञापन के जरिये उन्होंने सप्ताह में पांच दिन दुकान खोले जाने की मांग की. विरोध जताने वाले वाले व्यापारियों में संदीप पंडित, नरेश कौशिक, नीरज त्यागी, अनिल शर्मा आदि शामिल थे.